
वैष्णो देवी मंदिर अटका आरती एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान है, जो श्रद्धालुओं के लिए अपार श्रद्धा और आस्था का केंद्र है। हर साल लाखों भक्त माता वैष्णो देवी के दरबार में अपनी मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं। आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है, ऐसे में माता के दर्शन और अटका आरती में शामिल होने की भावना और भी प्रबल हो जाती है। अगर आप भी इस पवित्र अटका आरती का हिस्सा बनना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पहले से ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। यह आरती विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए होती है जो मंदिर परिसर में एक अलग आध्यात्मिक अनुभव लेना चाहते हैं।
अटका आरती का महत्व और वातावरण
अटका आरती दिन में दो बार—सुबह और शाम को—की जाती है और इस दौरान मंदिर का मुख्य परिसर आम भक्तों के लिए बंद कर दिया जाता है। केवल आरती के लिए विशेष रूप से बुकिंग कराने वाले श्रद्धालु ही इसमें शामिल हो सकते हैं। इस आरती के समय वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो जाता है—चारों ओर वैदिक मंत्र, शंख-घंटियों की गूंज और भजनों की मधुर ध्वनि फैल जाती है। मान्यता है कि इस विशेष अनुष्ठान में शामिल होकर भक्तों को माता वैष्णो देवी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया
वैष्णो देवी अटका आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करना आवश्यक है। इसके लिए आपको श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.maavaishnodevi.org पर जाना होगा। यहां पर एक अकाउंट बनाना या पहले से मौजूद अकाउंट से लॉगिन करना होता है।
वेबसाइट के Online Services सेक्शन में जाकर “अटका आरती बुकिंग” विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद एक कैलेंडर खुलेगा, जिसमें आपको उपलब्ध तारीखें दिखेंगी। अपनी सुविधानुसार उपयुक्त तारीख चुनें और बुकिंग प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। एक बार की बुकिंग में अधिकतम चार श्रद्धालुओं को शामिल किया जा सकता है, जिनकी व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, उम्र और आईडी प्रूफ दर्ज करना आवश्यक होता है।
पेमेंट करने के बाद बुकिंग कन्फर्मेशन का मैसेज आपके मोबाइल और ईमेल पर आएगा। एक ई-रसीद भी दी जाएगी जिसे यात्रा के दौरान अपने पास रखना अनिवार्य है।
पहले आओ, पहले पाओ की नीति
अटका आरती की बुकिंग “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर की जाती है, यानी जो पहले बुक करेगा उसे पहले स्थान मिलेगा। इसलिए यह जरूरी है कि इच्छुक श्रद्धालु समय रहते अपनी बुकिंग करा लें। आरती में शामिल होने वाले भक्तों को मंदिर परिसर में आरती से कम से कम 1-2 घंटे पहले पहुंचना होता है।
ध्यान रखें कि मंदिर के भीतर मोबाइल फोन, कैमरा, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाना पूरी तरह से वर्जित है। अगर आपको किसी भी प्रकार की सहायता या जानकारी चाहिए तो आप श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर से संपर्क कर सकते हैं।