निदेशक के डेस्क से

दिव्यांग व्यक्तियों के पुनर्वास और समावेशन के लिए काम करने का अवसर मिलना मेरे लिए बहुत खुशी और सम्मान की बात है।

सी.आर.सी .राँची 17 जून 2020 से अपनी एक या अधिक क्षमता में सीमितता के कारण,मूल अधिकारों से वंचित लोगों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए प्रयास कर रहा है।

हमने महसूस किया कि आज हम जिस सबसे बड़ी समस्या का सामना कर रहे हैं, वह दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण  है। वर्तमान में, भारत सरकार ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए कई अधिनियम और नीतियां बनाई हैं, लेकिन दिव्यांग व्यक्तियों के साथ-साथ समाज को इसके बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं है। जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति समाज के  नकारात्मक दृष्टिकोण  संबंधी बाधाओं को दूर किया जा सकता है साथ ही साथ सरकारी नीतियों और प्रदान की जाने वाली सुविधाओ से उन्हें लाभान्वित कराया जा सकता है,इस हेतु हम नियमित रूप से जमीनी स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।

इस युग में डिग्री हासिल करने के अलावा ज्ञान की भी नितांत जरूरत है। इस मंच पर काम करते  हुए  हमारा उद्देश्य छात्रों और कामकाजी पेशेवरों में उस कौशल / ज्ञान को विकसित करना है जो उन्हें सीमित संसाधनों के साथ भी दिव्यांग व्यक्तियों के पुनर्वास के लिए एक बेहतर संसाधन बनाता हो ।

आवश्यक सहायता/सहायक उपकरणों के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिव्यांग व्यक्तियों के विकास पर उल्लेखनीय प्रभाव डाल सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए, हम जरूरत के अनुसार रेडीमेड और कस्टम-मेड परिष्कृत सहायक उपकरण / सहायक उपकरण वितरित करके उनके जीवन को आसान बनाने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हम लगातार केंद्र पर उपकरण का वितरण/निर्माण/फिटिंग कर रहे हैं। हम राज्य और जिला प्रशासन के प्रशासनिक सहयोग से दूर-दराज के क्षेत्रों में भी शिविर आयोजित कर रहे हैं ताकि दिव्यांग व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें अत्याधुनिक सहायता/सहायक उपकरण उपलब्ध कराये जा सकें।

हमारे केंद्र में हम सभी प्रकार के पुनर्वास, मूल्यांकन कर रहे हैं और चिकित्सीय सेवाएं भी प्रदान कर रहे हैं, समाज कार्य विभाग दिव्यांग व्यक्तियों के लिए आर्थिक, सामाजिक पुनर्वास के लिए प्रयास कर रहा है।

गुणात्मक और मात्रात्मक अनुसंधान भी दिव्यांग व्यक्तियों के पुनर्वास का एक महत्वपूर्ण उपकरण हैं जो दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में दुर्लभ हैं, यहां हम इसे बढ़ावा दे रहे हैं।

यदि आप या आपके जानने वाला कोई अन्य व्यक्ति हमारी सेवाओं से लाभान्वित हो सकता है तो कृपया हमसे परामर्श करें। हम सब मिलकर एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं

जितेंद्र यादव

निदेशक (सलाहकार)