इतिहास

नामकुम  प्रखंड कार्यालय, खिजरी, राँची के बगल में स्थित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित  क्षेत्रीय केंद्र (सीआरसी) का उद्घाटन 17 जून 2020 को अपराह्न 3:30 बजे डॉ. थावर चंद गहलोत, माननीय केंद्रीय मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार के द्वारा आभासी माध्यम से किया गया ।

उद्घाटन, श्री अर्जुन मुंडा, माननीय केंद्रीय जनजातीय मामलों का मंत्रालय, भारत सरकार,श्री संजय सेठ, माननीय संसद सदस्य, रांची निर्वाचन क्षेत्र, श्री राजेश कच्छप , माननीय विधान सभा सदस्य, खिजरी, रांची, डॉ. एस.पी. दास, निदेशक, एसवीनिरतार , कटक, ओडिशा, श्री सतीश चंद्र, राज्य नि:शक्तता  आयुक्त, झारखंड सरकार की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।

उद्घाटन सम्बन्धी संपूर्ण कार्यक्रम सुश्री शकुंतला डी. गैमलिन (आईएएस), सचिव और श्री प्रबोध सेठ (आईआरएस), संयुक्त सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के प्रभावी मार्गदर्शन में आयोजित किया गया ।

कार्यक्रम के लिए 46 व्हील चेयर की, 80 तिपहिया साइकिल, 64 बैसाखी, 40 स्मार्ट फोन, 10 एमएसइआईडी किट, 50  श्रवण यंत्र, 40 डेज़ी प्लेयर, 40 ब्रेल किट, 2 सिलाई मशीन, 2  लैपटॉप और 2 मोबाइल रिपेयरिंग किट दिव्यांग व्यक्तियों को मुफ्त वितरण के लिए उपलब्ध कराई गई। उद्घाटन के दिन 45  साइकिल , 10 व्हील चेयर , 1 लैपटॉप , 3  वैशाखी, डॉ. एस.पी. दास, निदेशक,एसवीनिरतार कटक, ओडिशा के मार्गदर्शन में कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए दिव्यांग व्यक्तियों को वितरित की गई। शेष सहायक उपकरण केंद्र से वितरण के लिए रखे गए ।

उद्घाटन के साथ, सी.आर.सी.-रांची ने भौतिक औषधि और पुनर्वास, भौतिक चिकित्सा, व्यावसायिक चिकित्सा, श्रवण जाँच व वाणी चिकित्सा, मनोविज्ञान, प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स, विशेष शिक्षा, सामाजिक कार्य, आउटरीच, प्रारंभिक हस्तक्षेप जैसे विभिन्न विभागों के माध्यम से पूरे झारखंड राज्य के लिए पुनर्वास सेवाएं प्रदान करना शुरू कर दिया।

दिव्यांग व्यक्तियों हेतु सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय-भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं को लागू करने के साथ ही  इस केंद्र ने भारत के माननीय प्रधान मंत्री के “सबका-साथ, सबका-विकास, सबका-विश्वास” की दृष्टि में योगदान देना शुरू किया।

सी.आर.सी राँची ने स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान, कटक, ओडिशा, दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग,सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करना शुरू किया।

  • उद्घाटन के अवसर पर, डॉ थावर चंद गहलोत, माननीय केंद्रीय मंत्री ,सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार ने राँची  में भारत के 21वें सी.आर.सी. की स्थापना के लिए भूमि और मौजूदा भवन उपलब्ध कराने के लिए झारखंड सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय  पहले की तरह ही दिव्यांग व्यक्तियों के उत्थान के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ सेवाएं प्रदान करेगा। उन्होंने दिव्यांग व्यक्तियों को  सेवाएं प्रदान करने व इस हेतु  इस विभाग का नाम  10 गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने की की उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस विभाग द्वारा पिछले 6 वर्षों के दौरान देश भर में 9147 दिव्यांग शिविरों  का आयोजन किया है। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए इस विभाग की सेवाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए विशिष्ट आईडी कार्ड (यूडीआईडी ) पेश किया है और  34 लाख से अधिक यूडीआईडी कार्ड पहले ही जारी किए जा चुके हैं। लगभग 15000 मोटर चालित तिपहिया साइकिलें 80% या अधिक दिव्यांगता वाले  व्यक्तियों को वितरित की गई हैं। देश भर में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए 5 खेल परिसर जल्द ही उपलब्ध होंगे। सरकार इनको कम ब्याज पर ऋण भी प्रदान कर रही है ताकि वे अपने भरण-पोषण के लिए कोई भी गतिविधि शुरू कर सकें। भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सफल मार्गदर्शन में सरकार की ऐसी कई योजनाएं जो दिव्यांग व्यक्तियों के लिए हैं, की पेशकश की जा रही हैं।
  • श्री. अर्जुन मुंडा, माननीय केंद्रीय, जनजातीय कार्य मंत्रालय , भारत सरकार ने  इस कहा की दिव्यांग व्यक्ति को एक कठिनाई होती है लेकिन सोच बदल कर देखें तो  हम उसी व्यक्ति को कई अन्य क्षमताओं वाले भी पा सकते हैं। ऐसे दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा सफल उपलब्धियों के कई उदाहरण हैं, जो दूसरों के लिए प्रेरित होने के लिए उदाहरण बन गए हैं।”

उन्होंने सीआरसी राँची की प्रगति के  लिए शुभकामनाएं  व्यक्त की।

  • श्री संजय सेठ, माननीय सांसद, राँची निर्वाचन क्षेत्र ने अपनी शुभकामनाएं दी और विश्वास व्यक्त किया कि यह केंद्र झारखंड राज्य में दिव्यांग व्यक्तियों की बेहतरी और पुनर्वास के लिए काम करेगा। उन्होंने भविष्य में जब भी आवश्यकता हो, केंद्र के प्रति अपना समर्थन देने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो नहीं है उसके लिए रोना नहीं चाहिए, जो उसके पास है उस पर ध्यान देना चाहिए।
  • श्री राजेश कच्छप, माननीय विधायक, खिजरी, राँची ने राँची में सीआरसी के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की दिशा में हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए। दिव्यांगों को मुख्य धारा में लाने के लिए हम सभी को संकल्प लेना चाहिए और अपनी प्रतिबद्धता दिखानी चाहिए।
  • सुश्री शकुंतला डी. गैमलिन (आईएएस), सचिव, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार, ने कहा कि- “2.68 करोड़ दिव्यांग व्यक्ति, जो जनगणना रिपोर्ट 2011 के अनुसार हमारे कुल जनसँख्या का लगभग 2.21% है, को यथाशीघ्र मुख्य धारा में लाया जाना चाहिए। इस केंद्र की स्थापना दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग,सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार के इस दृष्टिकोण को प्राप्त करने के सफल प्रयासों में से एक है।

उन्होंने सीआरसी राँची के प्रगति  के लिए शुभकामनाएं दीं।

  • डॉ. प्रबोध सेठ, संयुक्त सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग,सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय , भारत सरकार ने उद्घाटन कार्यक्रम के सभी मेहमानों का स्वागत किया। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि यह केंद्र दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में काम करेगा।
  • डॉ. एस पी दास, निदेशक, एसवीनिरतार, कटक, ओडिशा ने केंद्र की सभी गतिविधियों और सेवाओं के बारे में बताया और उद्घाटन कार्यक्रम के सभी मेहमानों और केंद्र की सफल स्थापना के लिए सहायता और सहयोग करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

सीआरसी राँची में उपस्थित सभी अतिथियों ने विभिन्न विभागों का भ्रमण कर संतोष व्यक्त किया.

उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान श्री ए एन नंदा, श्री एन ओझा, श्री रश्मि रंजन स्वैन, श्री. सत्यजीत पटनायक, श्रीमती  सुमन सिंह श्रीमती कंचन सिंह , श्री अरशद जमाल आदि उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन श्री जितेंद्र यादव, निदेशक सी.आर.सी., राँची ने किया ।