
अगर आप भी एक महिला हैं और किसी सरकारी योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, तो आपके लिए कई बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। आज की तारीख में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें आर्थिक रूप से सुरक्षित करने के उद्देश्य से केंद्र और राज्य सरकारें कई कल्याणकारी योजनाएं चला रही हैं। इन योजनाओं का फायदा उठाकर महिलाएं न केवल अपने और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकती हैं, बल्कि टैक्स छूट और मोटी बचत का लाभ भी उठा सकती हैं।
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इन योजनाओं में से कुछ योजनाएं ऐसी हैं जो खास तौर पर बेटियों के भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं, जबकि कुछ योजनाएं महिलाओं को स्वरोजगार और सुरक्षा की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए शुरू की गई हैं। इस लेख में हम चार प्रमुख सरकारी योजनाओं का उल्लेख करेंगे जो महिलाओं के लिए अत्यंत लाभकारी हैं।
अगर आप भी किसी सरकारी योजना का लाभ उठाना चाहती हैं, तो उपरोक्त योजनाओं के बारे में जानकारी जरूर लें और पात्रता होने पर तुरंत आवेदन करें। इससे न केवल आप आर्थिक रूप से मजबूत बनेंगी, बल्कि समाज में एक सशक्त महिला के रूप में पहचान भी बनाएंगी। चाहे वह बेटी के भविष्य की सुरक्षा हो, स्वरोजगार की शुरुआत हो या घर की रसोई में सुविधा – हर योजना महिलाओं को एक बेहतर जीवन देने का वादा करती है।
माज्ही कन्या भाग्यश्री योजना-Majhi Ladki Bahin Yojana
महाराष्ट्र सरकार की यह योजना राज्य की लड़कियों और महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के तहत, यदि परिवार की दो बेटियां हैं और माता-पिता ने परिवार नियोजन करा लिया है, तो सरकार प्रति माह ₹1,200 की आर्थिक सहायता देती है। यह सहायता तब तक मिलती है जब तक कि लड़कियां 18 वर्ष की नहीं हो जातीं।
इस योजना का उद्देश्य बालिकाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य से जोड़ना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना के माध्यम से लड़कियों के लिए बचपन से ही एक मजबूत आर्थिक आधार तैयार किया जाता है।
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सुकन्या समृद्धि योजना-Sukanya Samriddhi Yojana
यह योजना बेटी के नाम पर छोटी बचत योजना के तहत शुरू की गई है और इसका संचालन केंद्र सरकार करती है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बच्ची की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए और उसके नाम पर एक खाता खोला जा सकता है। इस योजना में न्यूनतम ₹250 और अधिकतम ₹1.5 लाख तक की सालाना जमा राशि पर 8 प्रतिशत तक ब्याज मिलता है, जो टैक्स फ्री होता है।
21 वर्षों की अवधि पूरी होने पर या बेटी की शादी होने पर यह राशि निकाली जा सकती है। इस योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। यह योजना बेटियों की उच्च शिक्षा और शादी के लिए एक मजबूत वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
उज्ज्वला योजना-PMUY (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana)
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना उन महिलाओं के लिए शुरू की गई है जो बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) श्रेणी में आती हैं। इस योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन और पहली बार सिलेंडर भरवाने की सुविधा दी जाती है। अब तक करोड़ों महिलाओं को इसका लाभ मिल चुका है।
उज्ज्वला योजना का उद्देश्य महिलाओं को पारंपरिक चूल्हों के धुएं से मुक्ति दिलाकर एक स्वस्थ जीवन देना है। इससे न केवल महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हुआ है बल्कि समय की भी बचत हुई है, जिससे वे अन्य आर्थिक गतिविधियों में भागीदारी कर सकती हैं।
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स्टैंड अप इंडिया योजना-Stand Up India Scheme
यह योजना खास तौर पर महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों के लिए बनाई गई है। इस योजना के अंतर्गत ₹10 लाख से लेकर ₹1 करोड़ तक का ऋण स्वरोजगार या स्टार्टअप शुरू करने के लिए दिया जाता है। इस योजना के तहत लाभार्थियों को बैंक से लोन लेने में मार्गदर्शन भी दिया जाता है।
स्टैंड अप इंडिया योजना का मकसद महिलाओं को उद्यमिता की दिशा में प्रोत्साहित करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत कई महिलाएं आज अपने खुद के व्यवसाय की मालिक बन चुकी हैं।
क्यों जरूरी हैं ये योजनाएं?
आज की आर्थिक संरचना में महिलाओं का सशक्तिकरण केवल सामाजिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आर्थिक मजबूती के लिए भी आवश्यक है। इन योजनाओं के माध्यम से सरकार महिलाओं को मुख्यधारा में शामिल कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठा रही है।
सरकारी योजनाएं न केवल तत्कालिक राहत देती हैं बल्कि दीर्घकालिक रूप से महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक होती हैं। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों की महिलाएं इन योजनाओं के जरिए अपने जीवन की गुणवत्ता में बड़ा परिवर्तन ला सकती हैं।