
SIP यानी Systematic Investment Plan आज की तारीख में निवेशकों के बीच सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्प बनता जा रहा है। अगर आप भी अपने भविष्य को टेंशन-फ्री बनाना चाहते हैं और धीरे-धीरे एक मजबूत फाइनेंशियल फंड तैयार करना चाहते हैं तो SIP आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। SIP में निवेश करने से जहां आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है, वहीं यह एक अनुशासित तरीके से फाइनेंशियल ग्रोथ की राह भी तैयार करता है।
जल्दी शुरुआत से बनता है बड़ा फंड
SIP में निवेश की असली ताकत तब सामने आती है जब आप इसे लंबे समय तक जारी रखते हैं। इसलिए SIP शुरू करने की सबसे सही उम्र तब मानी जाती है जब आप अपनी कमाई की शुरुआत करते हैं। आमतौर पर यह उम्र 21 से 25 साल के बीच होती है, जब ज्यादातर लोग अपनी पहली नौकरी शुरू करते हैं और फाइनेंशियल जिम्मेदारियां भी कम होती हैं। इस उम्र में छोटी रकम से शुरू करके भी आप लंबी अवधि में बड़ा फंड बना सकते हैं।
SIP का असली मैजिक: कंपाउंडिंग
SIP का सबसे बड़ा फायदा कंपाउंडिंग होता है। कंपाउंडिंग एक ऐसा फॉर्मूला है जो समय के साथ आपके निवेश को तेजी से बढ़ाता है। जितना जल्दी आप निवेश शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा आपको मिलेगा। उदाहरण के लिए अगर कोई 25 साल की उम्र में SIP शुरू करता है और इसे 30 साल तक जारी रखता है तो वो एक बड़ा फंड तैयार कर सकता है, जबकि देरी से शुरुआत करने पर आपको उतने बड़े फायदे नहीं मिलते।
25 की उम्र में ₹2,000 की SIP से कैसे बन सकता है करोड़ों का फंड
मान लीजिए आपकी उम्र 25 साल है और आप ₹2,000 प्रति माह की SIP शुरू करते हैं। अगर आप इसे 30 साल तक जारी रखते हैं और सालाना रिटर्न 12% के हिसाब से मानते हैं, तो 55 साल की उम्र तक आपकी कुल वैल्यू ₹61,61,946 हो सकती है। यानी ₹2,000 की छोटी रकम से आप करोड़ों के करीब पहुंच सकते हैं।
35 और 45 की उम्र में SIP शुरू करने का क्या फर्क है?
अगर आप यही ₹2,000 की SIP 35 साल की उम्र में शुरू करते हैं तो आपके पास निवेश के लिए सिर्फ 20 साल होंगे। ऐसे में रिटर्न लगभग ₹18,39,715 तक रह सकता है। वहीं अगर आप 45 साल की उम्र में शुरुआत करते हैं, तब आपके पास सिर्फ 10 साल होंगे और फंड की वैल्यू घटकर ₹4,48,072 तक सीमित रह जाएगी। इससे साफ है कि समय की कीमत निवेश में बहुत मायने रखती है।
छोटी रकम से भी बड़ा फायदा संभव
SIP की सबसे बड़ी खूबी यही है कि आप इसे ₹500 या ₹1,000 से भी शुरू कर सकते हैं। जरूरी नहीं कि आप एक बड़ी रकम लगाकर ही निवेश करें। अगर आप छोटी रकम से जल्दी शुरुआत करते हैं और इसे नियमित रूप से करते हैं तो आप एक बड़ा फंड बना सकते हैं। SIP में धैर्य और अनुशासन सबसे जरूरी तत्व हैं।
SIP में निवेश के अन्य फायदे
SIP आपको शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से डरने की बजाय लंबी अवधि की सोच रखने की प्रेरणा देता है। कम उम्र में आप छोटी रकम से शुरुआत कर सकते हैं, जो आपके लिए आसान और सुलभ होती है। इसके साथ ही आपको कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है और फाइनेंशियल डिसिप्लिन भी आता है। बाजार की गिरावट के समय SIP को बंद करने की गलती न करें, बल्कि उसे जारी रखें ताकि लॉन्ग टर्म में आप अधिक लाभ उठा सकें।
क्या SIP देरी से शुरू किया जा सकता है?
हालांकि SIP जितनी जल्दी शुरू किया जाए उतना बेहतर होता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि देर से शुरू करने वालों के लिए कोई फायदा नहीं है। अगर आप 40 या 45 की उम्र में भी SIP शुरू करते हैं तो भी आप एक अच्छा फंड बना सकते हैं। हां, तब आपको निवेश की राशि थोड़ी बड़ी रखनी होगी ताकि आप समय की कमी को पूर्ति कर सकें।