
राज्य सरकार प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM-KUSUM) योजना के अंतर्गत किसानों को अनुदान पर सोलर पंप उपलब्ध करा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को Renewable Energy की ओर प्रोत्साहित करना है, जिससे सिंचाई के लिए उनकी डीजल और बिजली पर निर्भरता घटे और वे आत्मनिर्भर बन सकें। इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप प्रदान कर रही है जिससे उनकी खेती सस्ती और टिकाऊ हो सके।
लाभार्थी क्षेत्र और पात्रता
इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के विंध्याचल मंडल के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों के किसानों को मिलेगा। योजना के लिए पात्र वे किसान होंगे जो विभागीय पोर्टल पर समय पर ऑनलाइन पंजीकरण कराएंगे।
पंप की श्रेणियां और सब्सिडी
योजना के तहत केंद्र व राज्य सरकार द्वारा 2 एचपी से 10 एचपी तक के सोलर पंप उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ये पंप किसानों को बाजार मूल्य से काफी कम कीमत पर मिलेंगे क्योंकि सरकार द्वारा उस पर अनुदान (Subsidy) दी जा रही है। इससे किसानों की सिंचाई लागत में भारी कटौती होगी।
ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया
योजना की बुकिंग प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी और यह संबंधित विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। किसान योजना में भाग लेने के लिए सबसे पहले वेबसाइट पर जाकर पंजीकरण (Registration) करेंगे।
पहले आओ, पहले पाओ सिद्धांत
यह योजना “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर लागू की जा रही है। इसका मतलब है कि जो किसान पहले रजिस्ट्रेशन कर बुकिंग पूरी करेंगे, उन्हें पहले सोलर पंप दिए जाएंगे। इसके अंतर्गत कुल लक्ष्य संख्या की 200% तक बुकिंग की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक किसान योजना से लाभान्वित हो सकें।
टोकन जनरेशन और भुगतान प्रक्रिया
पंजीकरण के बाद किसान को पोर्टल से ऑनलाइन टोकन जनरेट करना होगा। टोकन प्राप्त करने के बाद, किसान को चालान के माध्यम से कृषक अंश की धनराशि एक सप्ताह के भीतर किसी भी इंडियन बैंक शाखा में जमा करनी होगी। यदि निर्धारित समय में भुगतान नहीं किया गया तो किसान का चयन रद्द कर दिया जाएगा।
सरकारी प्रयास और पर्यावरणीय पहल
यह योजना Renewable Energy को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार का एक बड़ा कदम है। इससे न केवल किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे, बल्कि पर्यावरणीय संरक्षण में भी योगदान देंगे। डीजल और बिजली की जगह सौर ऊर्जा से सिंचाई करने पर कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।